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कब्ज का रामबाण इलाज पतंजलि
कब्ज पाचन तंत्र की उस स्थिति को कहते है जिसमे किसी व्यक्ति (जानवर) का मल बहुत
कठोर ,सूखा
हो जाता है,
ओर पेट साफ न होने के कारण हमें पेट भारी महसूस होता है , जिसके वजह से
पूरे दिन आलस्य बना रहता है किसी काम मे मन नही लगता।इस बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को मल
त्याग करते समय ज़्यादा जोर लगाना पड़ता है ,घण्टो
बेठे रहना पड़ता है । पेट मे शुष्क मल का जमा होना ही कब्ज है,यदि कब्ज का
उपचार शीघ्रता से नहीं किया जाए तो शरीर में अनेक विकार उत्पन हो जाते हैं।यदि आप
कब्ज की बेमारी से गुजर रहे है ओर इस बीमारी का घरेलू उपचार चाहते हो तो आज हम आपको अनेक आयुर्वेदिक घरेलू उपाय
बता रहें हैं,जिसके
सेवन से आप घर बैठे आसानी से कब्ज का उपचार कर सकते हैं।
बाबा रामदेव जी ने कब्ज को दूर करने के लिए कपालभाति (Kapalbhati) प्राणायाम बताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुबह उठकर त्रिफला चूर्ण या गर्म पानी लें.
कब्ज होने के कारण
कब्ज होने के कई कारण हो सकते है जैसे–
- भोजन में रेशेदार आहार की कमी
होना। - शारिरिक गतिविधियां न करना
- पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना
- मेदे से बने हुए मिर्च–मशालेदार
भोजन का अत्यधिक सेवन करना - समय पर भोजन न करना
- भोजन पचे बिना
ही दोबारा भोजन करना - चिन्ता या तनावयुक्त जीवन जीना
- देर रात तक जागने की आदत
- हार्मोन्स का असंतुलन या थायराइड की परेशानी होना।
- अधिक मात्रा में चाय,कॉफ़ी, तम्बाकू या
सिगरेट आदि का सेवन करना
कब्ज के लक्षण
कब्ज होने पर अनेक लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे–कब्ज होने पर मल सख्त हो जाता है जिसकी वजह से मल त्याग
करने में अधिक बल लगाना पड़ता है ।
- कब्ज से पीड़ित लोगों को भूख नही लगती ओर साथ ही उल्टी की
स्थिति बनी रहती है । - कब्ज के रोगी प्रतिदिन मल त्याग के लिए नहीं जाते ।
- पेट मे दर्द ,भारीपन
या मरोड़ उठना। - बिना श्रम के ही आलस्य बना रहना।
- सिर में दर्द रहना।
- पेट में गैस बनना।
- बदहजमी।
- कब्ज के कारण मुँह में क्षाले तथा त्वचा में मुहाँसे या
फुंसियां होना। - मुँह से बदबू आना आदि ये सभी कब्ज के लक्षणों में आते है।
कब्ज से छुटकारा पाने के कुछ अचूक घरेलू उपाय
हम आपको कुछ घरेलू नुस्खे बता रहे है, जिनके इस्तेमाल से आप आसानी से कब्ज से छुटकारा पा सकते हैं –
जीरा और अजवायन से कब्ज का इलाज
- जीरे ओर अजवायन को धीमी आंच पर भून कर पीस ले ,ओर इसमें काला नमक डालकर तीनों को समान मात्रा में अच्छी
तरह से मिलाकर किसी बर्तन में रख सकते हैं।और रोजाना आधा चम्मच गुनगुने पानी के
साथ पिएं।
अलसी के सेवन से कब्ज में लाभ
- अलसी के बीजों को पीसकर एक चम्मच की मात्रा में रात को सोने
से पहले इसे गुनगुने पानी के साथ लेना है।
नींबू के रस से कब्ज में फायदा
- सुबह उठने के बाद पानी में नींबू का रस ओर काला नमक अच्छी
तरह मिलाकर पिएं।इससे पेट अच्छी तरह से साफ हो जायेगा, ओर
कब्ज की समस्या दूर हो जाएगी।
मुनक्के के सेवन से कब्ज का इलाज
- लगभग 8-9 मुनक्के रात को गुनगुने पानी में भिगो दे | सुबह प्रतिदिन खली पेट इसके बिज निकालकर खाने से कब्ज की समस्या ख़त्म हो जाती है |
सौंफ का उपयोग करने से कब्ज में फायदा
- एक चम्मच भुनी हुई सौंफ को रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ पिएं।
अमरूद एवं पपीता के सेवन से कब्ज का इलाज
- अमरुद एवं पपीता कब्ज के लिए बेहद फायदेमंद होता है,जिनका किसी भी समय सेवन करने से पेट की सभी समस्याएं दूर
होने के साथ –साथ
त्वचा भी खूबसूरत होती है।
कब्ज के लिए शहद
- कब्ज के लिए शहद बहुत फायदेमंद है,रात
को सोने से पहले एक चम्मच शहद को एक गिलास पानी के साथ मिलाकर
पिएं। इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
कब्ज के कुछ और घरेलू उपाय
- रोज दो चमच्च गुड़ गर्म दूध के साथ लें।
- किशमिश को कुछ देर तक पानी में गलाने के बाद इसका सेवन
करें। - एक गिलास गर्म दूध में दो चम्मच देसी घी डालकर सोने से पहले
पिएं। - रात में सोने से पहले एक चमच्च त्रिफला चूर्ण को गर्म पानी
के साथ लें। - दूध में सूखे अंजीर को उबाल के खाएं,और
दूध को पी लें।
कब्ज से पीड़ित व्यक्ति का खान – पान
अपने आहार में अधिक से अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ
खाएं।जैसे पोपकॉर्न, पॉपकॉर्न
में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है ओर फाइबर
की मात्रा बहुत अधिक होती है,इसलिए
आप पॉपकॉर्न का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन बिना नमक और बटर वाले।रोजाना के आहार
में लगभग 20–30 ग्राम
फाइबर होना आवश्यक है।
- तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें,प्रतिदिन
कम से कम 8–10 गिलास
पानी पिएं। - गेहूँ के आटे में पिसे हुए चने को मिलाकर खाएं।
- सब्जियों में पत्ता गोभी,ब्रोकली,गाजर,लोकी और पालक
जैसी हरि पत्तेदार सब्जियों का इस्तेमाल करें। - फलों में पपीता, खुबानी
अनानास ,अंजीर
एवं नाशपाती का अधिक सेवन करें। ये फल कब्ज के निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। - प्रातः काल प्रतिदिन सुबह उठकर बिना ब्रश किए ही खाली पेट1
- -2 गिलास गुनगुना पानी पिएं और पतंजलि आँवला व एलोवेरा स्वरस नास्ते से पूर्व पिएं।
- आइसक्रीम, पनीर ,अचार, कोल्डड्रिंकस ,ज्यादा नमक ,जंक फ़ूड और डेरी उत्पाद कब्ज में बहुत अधिक नुकसान दायक होते हैं। इसलिए कब्ज में इन खाद्य पदार्थों को नही खाना चाहिए।
कब्ज का इलाज समय
पे न करने से हो सकती है बीमारी
कुछ लोग कब्ज की गंभीरता को नकारते है, लेकिन यदि इस बीमारी का इलाज उपयुक्त समय पर न किया जाए तो यह कई रोगों के जन्म का कारण बन सकती है, जैसे- बवासीर या भगन्दर इसलिए प्रत्येक इन्सान को समय पर कब्ज का इलाज कर देना चाहिए, जिससे की यह बीमारी किसी एनी रोग का कारण न बन सके |
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